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मेरे बारे में
- Anwar Qureshi
- मैं खुद को समझने निकला हूँ कितना समझा है और कितना समझना बाकी है मैं येही समझने की कोशिश कर रहा हूँ , मुझे तन्हाई पसंद है क्यूंकि वो कभी मेरा साथ नहीं छोड़ती है , मेरे मन में हजारों सवाल है मैं उनका जवाब ढूंडने निकला हूँ , मैंने अपनी उँगलियों से अपनी आखें खूब मल के देखी है फिर भी ना जाने क्यूँ मुझे दिखता है मेरा धुंधला सा अस्क !!!
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